महावीर कोल वॉशरी के भयंकर प्रदूषण के चलते पलायन को मजबूर हुये नौढ़िया के रहवासी दैनिक मधुर इंडिया।ब्यूरोचीफ अम्बरीश पाठक।
महावीर कोल वॉशरी के भयंकर प्रदूषण के चलते पलायन को मजबूर हुये नौढ़िया के रहवासी
दैनिक मधुर इंडिया।ब्यूरोचीफ अम्बरीश पाठक।
सिंगरौली/- गोरबी के नौढ़िया में स्थापित महावीर कोल वॉशरी द्वारा पर्यावरण को इस कदर प्रदूषित किया जा रहा है कि यहां के रहवासी पलायन को मजबूर हो गये हैं।वहीं प्लांट के लिए कोल परिवहन कर रहे वाहनों की आवाजाही से कोल डस्ट पूरे क्षेत्र को प्रदूषित कर रहा है।दरअसल स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि नौढ़िया से लेकर आसपास क्षेत्रों में प्रदूषण का ग्राफ मानक को क्रास कर गया है।यहां के निवासियों का कहना है कि महदेइया कोलयार्ड से लेकर वॉशरी तक कोल डस्ट के गुब्बार से आमलोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।इतना ही नहीं बल्कि महावीर कोल वॉशरी द्वारा यहां के जलश्रोतों को भी पूरी तरह से नष्ट किया जा रहा है।नियम कानूनो को दरकिनार कर महावीर कोल वॉशरी द्वारा आसपास के रहवासियों की जमीनों में कोल का मलबा जमा किया जा रहा है,जिससे खेती भी पूरी तरह चौपट हो गयी है।
महावीर कोल वॉशरी प्रबंधन द्वारा प्लांट के खतरनाक रसायन के साथ कोल डस्ट और गंदा पानी बिजुल नदी में छोड़ा जा रहा है।जिसकी वजह से आस-पास के जलाशय पूरी तरह प्रदूषित हो गये हैं।वहीं प्रदूषित पानी का सेवन करने से आमलोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।गौरतलब है कि नियमों का खुला उल्लंघन करने के बावजूद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हाथ पर हाथ धरे बैठा है,जिससे महावीर कोल वॉशरी के अधिकारियों के हौसले और बढ़ रहे हैं।विगत दिनों शिकायत के बाद जिला कलेक्टर राजीव रंजन मीना द्वारा मामले की जांच के लिए टीम को गठित किया गया था जिसमें कहा गया था कि यदि प्रदूषण बोर्ड की भूमिका उक्त मामले में संदिग्ध पाई जाती है तो उनके ऊपर भी कार्यवाही की जायेगी।कलेक्टर द्वारा महावीर कोल वॉशरी के अधिकारियों को सख्त हिदायत भी दी गयी थी कि इस तरह से फैलाये जा रहे प्रदूषण पर लगाम लगाये,लेकिन प्रबंधन की मानमानी का आलम यह है कि अब तक प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में कोई ठोस उपाय नहीं अपनाये गये हैं।
महावीर कोल वॉशरी के भयंकर प्रदूषण के चलते पलायन को मजबूर हुये नौढ़िया के रहवासी दैनिक मधुर इंडिया।ब्यूरोचीफ अम्बरीश पाठक।
Reviewed by dainik madhur india
on
9:47 AM
Rating:

No comments: