नारी शक्ति संस्था द्वारा "कोविड-19 में अवसर" विषय पर ऑनलाइन परिचर्चा
बिलासपुर / आज दिनांक 9 सितंबर शाम 4:00 से इस महामारी के भयावह काल के बीच में नारी शक्ति संस्थान ने कोविड-19 में अवसर विषय चुनकर चुनौतियों के साथ अवसर तलाशने परिचर्चा रखी, जिसमें 18 बहनों ने बढ़ चढ़कर अपने वर्तमान व आने वाले समय के संबंध में भावपूर्ण विचार वीडियो ऑडियो के माध्यम से प्रस्तुत किए. छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश में विभिन्न जगहों से विचार मिले.
नारी
शक्ति अध्यक्ष डॉ उषा किरण वाजपेई ने बताया कि नकारात्मकता के बीच हमें
सकारात्मक सोच को विस्तृत करके इस महामारी पर विजय प्राप्त करना होगी.
उन्होंने प्रदेश व प्रदेश से बाहर की बहनों का आभार किया जिन्होंने अपने
ऊर्जावान ओजस्वी ज्ञानवर्धक विचार प्रस्तुत किए. डॉ वीणा पानी दुबे ने
कोरोना को आरएनए वायरस बताते हुए उसकी संरचना का विस्तृत वर्णन किया वह
वायरस का आवरण मुकुट जैसा दिखता है अतः इसे करोना नाम दिया है जो कि चीन के
वुहान से फैला है. इसके संक्रमण की 3 स्टेज माइल्ड सीवियर क्रिटिकल के
बारे में बताया हमें निडरता से नियमों का पालन कर सुरक्षित रह कर विजय
प्राप्त करना है. प्रोफेसर डॉ किरण बाजपेई ने कहा लॉकडाउन शुरू हुआ तो घर
में रहकर बहुत अच्छा लगा स्वयं पूरे काम किए परंतु धीरे-धीरे समय व करोना
के प्रकोप बढ़ने से डिप्रेशन होने लगा तब रचनात्मक कार्य जैसे साड़ी को
पेंट किया, मीरा बाई और सूरदास के भजन गाकर रिकॉर्ड किए, सकारात्मक रूप से
कंप्यूटर का ज्ञान भी प्राप्त हुआ. भावना बाजपेई ने कोशिश करने वालों की
हार नहीं होती कविता पढ़ी, चंद्रकला त्रिवेदी ने हम आशावादी व अवसरवादी
होते हैं यह वैश्विक आपदा है जिसमें आशा की किरण ढूंढना होगा, इस आपदा ने
स्वच्छता फिजूल खर्च की बचत सिखा दी, मां पिता व बच्चों को एक दूसरे को
समझने अवसर मिला. मेघा शुक्ला ने कहा अपनी शादी के बाद भी काम की व्यस्तता
रहती थी परंतु करोना काल में पूरा समय साथ रहने का अवसर मिला और पुलिस जो
करोना में फ्रंट वॉरियर्स की तरह दिन-रात जुटे थे उन्हें आम पन्ना फल
बिस्कुट आदि बांटे. डॉ संध्या तिवारी ने कविता "कोरोना दूर भगाना है कोरोना
हराना ना है" का पाठ किया. भोपाल से रीना मिश्रा ने काव्य पाठ सोचा ना था
हमने कभी ऐसा वक्त भी आएगा कमरे में बंद दुनिया होगी कोई बाहर निकलना
पाएगा. किरण शुक्ला जबलपुर म.प्र. ने कहा कि सामाजिक आर्थिक परिवर्तन हुआ
है पर्यावरण प्रदूषण जीवन शैली में परिवर्तन आया है हमारे संस्कार में हाथ
जोड़ने की प्रवृत्ति को पूरे विश्व तक पहुंचा दिया. अन्नपूर्णा तिवारी ने
कहा कोरोना धर्म समाज को नहीं देखता है अतः हमें भाईचारे के साथ रहना चाहिए
शिक्षा स्वास्थ्य न्यायालय सभी ऑनलाइन संचालित हो रहे हैं आपदा संकट के
साथ अवसर भी लाती है.
वर्षा
अवस्थी ने कविता "कोई अवसर कहता है कोई अभिशाप कहता है कोरोना काल को हर
इंसान अपने अनुसार जीता है" पाठ किया. डॉ रश्मि बाजपेई ने कोरोना महामारी
को दिनचर्या में अवरोध बताया क्योंकि इस काल में आपसी दूरी बड़ी, शिक्षा
में भी बच्चों को नुकसान हुआ, सकारात्मक यह है कि परिवार एक छत के नीचे आ
गया. लीना आनंद बाजपाई भोपाल मध्य प्रदेश ने "माना कोविड-19 का काल है, पर
फिक्र हमें क्या जब हमारे साथ महाकाल है" कोरोना कॉल में बच्चों का साथ
मिला उसमें बच्चों ने अपनी मां को स्मार्ट बनाकर कंप्यूटर सिखा कर अपग्रेड
किया सोशल डिस्टेंसिंग को सोशल कनेक्टिंग बनाकर ऑनलाइन जोड़ दिया, माना
कोविड-19 आया है कोहराम पर हमारे पथ प्रदर्शक हैं श्री राम. चंद्रकांता
तिवारी पेंड्रा रोड ने कोरोना कॉल आत्म मंथन चिंतन करने का अच्छा अवसर है
समस्या धन दौलत पद प्रतिष्ठा या शिक्षा को देखकर नहीं आती और ना ही इन सब
से रूकती है, इसके अलावा भी कोई शक्ति है जो सुख शांति देती है समाधान
मिलता है सामग्री से भरे बाजार व बाजार वार्ड में खोए इंसान को कोविड-19 ने
ठहरना सिखा दिया, यह मानव से मानव को जोड़ने का अवसर रहे. शुभांगी प्रीति
गुप्ता ने कहा गंगा को साफ करने प्रयास किए गए परंतु कोरोना का हाल में खुद
ब खुद साफ हो गई, आवश्यकता आविष्कार की जननी है घर में स्वयं काम करने के
साथ-साथ रचनात्मक कार्य करने का शुभ अवसर मिला. डॉ प्रीति प्रसाद ने कहा
की एक दूसरे से दूरी जरूरी है परंतु रिश्ते की नजाकत को बनाए रखना जरूरी है
इस नाजुक वक्त में रहन-सहन खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है, हमारे बुजुर्ग
कहां करते थे बाहर से आकर जूता बाहर उतारो हाथ पैर धो कपड़े उतार कर अलग
रखो व चाय की जगह काढ़ा पियो.
अंत
में डॉ उषा किरण बाजपेई ने बॉबी पिक्चर के हम तुम एक कमरे में बंद हो की
तर्ज पर कोरोना पैरेडी "हम सब अपने घरों में बंद हो और कोरोना आ जाए,
कोरोना से मैं कहूं सबको छोड़ दे और खुद भाग जाए" सुनाया. आभार पश्चात
कार्यक्रम संपन्न हुआ.
नारी शक्ति संस्था द्वारा "कोविड-19 में अवसर" विषय पर ऑनलाइन परिचर्चा
Reviewed by dainik madhur india
on
7:57 AM
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