करोड़ों रुपए का जल जीवन मिशन योजना निर्माण कार्य चढ़ा भ्रष्टाचार के भेट
रिपोर्टर- राधेश्याम यादव
मधुर इंडिया न्यूज़
देवभोग - केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित महत्वाकांक्षी जनकल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण अंचलों के आम नागरिकों को घर में ही रहकर जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाने वाली इस योजना से गांवों गांवों में नल-जल कनेक्शन शेड निर्माण कार्य का जाल बिछाया जा रहा है। इस योजना से सबसे ज्यादा वनांचल इलाके में रहवासियों को जल की सुविधाएं हेतु योजना को संचालित किया गया है। केन्द्र सरकार ने इस योजना में लागत हेतु करोड़ों रुपए की मंजूरी दी है। वहीं जल जीवन मिशन का कार्य की निर्माण में संबंधित विभाग अधिकारी ने ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया गया है।
जल जीवन मिशन को संबंधित विभाग व ठेकेदार ने उड़ाई धज्जियां
तेल नदी पार छत्तीस गांवों के ग्रामीणों ने बताया कि केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन में भारी अनियमितता व गुणवत्ताहीन पूर्वक बनाया जा रहा है। नल-जल योजना के तहत कार्य में सुधार नहीं, यदि किसी गांव में बन भी गई है तो उसे कुछ दिनों बाद जल्द से शुरू नहीं किया जा रहा है। जहां जहां जल जीवन मिशन का कार्य पूर्ण हो चुके हैं वहीं पर हर एक कार्य को पूर्ण नहीं कि गई है। आधे-अधूरे निर्माण कर छोड़ दिया गया है, यही छोड़ने की वजह से नल-जल की टोंटी निकल चुके हैं। जबकि उक्त कार्य को पूर्ण हुए एक दो साल हुआ नहीं है और वाटर सप्लाई पाइप लाइन, इधर-उधर बिखरे पड़े हैं,
देवभोग ब्लाक के हर गांव का मामला
दरअसल यह मामला देवभोग विकास खण्ड के प्रत्येक गांव की यह स्थितियां हैं और यदि अभी फिलहाल कार्य चल भी रहा है तो उसे छोड़कर बाकी सभी गांवों में जल जीवन मिशन योजना के कार्य पूर्ण हो चुके है, तो ऐसे गांवों में नल-जल योजना से ग्रामीण जनों को जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाने में तत्काल शुरू कर दिया जाना चाहिए। तेल नदी पार छत्तीस गांवों में जल जीवन मिशन योजना का कार्य पूर्ण हो चुका है किंतु आज दिन पर्यन्त तक ग्रामीण जनताओं को एक बूंद पानी पीने को कई गुना कोसो दूर रह रहे हैं और इसी करतूतों से वाकीफ में गरीब लोगों को घर में ही रहकर जल अपने नसीब में नहीं मिल पा रहा है।
निर्माण कार्य ग्रामीण विकास के मानक के अनुरूप नहीं
उक्त ग्रामीणों ने यह कहा कि इस योजना को ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण नल-जल योजना कार्य में मानक के अनुरूप निर्माण सामग्री का उपयोग सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। नल-जल के निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है। जिससे यह पता चलता है कि उक्त विभाग व ठेकेदार मिली भगत से मोटी रकम कमाई के चक्कर में निर्माण सामग्री में पर्याप्त गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया है। और न ही नल-जल कनेक्शन वाटर सप्लाई पाइप लाइन को बिछाई जा रही है।
नल-जल निर्माण कार्य के कुछ ही सालों में यही हाल तो आगे क्या होगा
केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी महात्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन इस प्रोजेक्ट से ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को घर में ही रहकर जल उपलब्ध कराने सरकार ने खूब जोर लगाई जा रही है, किंतु इस योजना को संबंधित विभाग व ठेकेदार ने कच्छुआ की चालों में कार्य कर रही है। जैसे- जैसे जल जीवन मिशन योजना का कार्य लागू किए गए गांवों में कार्य पूर्ण हो चुकी है, ऐसे गांवों में जल की उपलब्धता ग्रामीणों को कराई जाने चाहिए। लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारी व ठेकेदार हाथ थामे देखती जा रही है, इधर नल-जल कनेक्शन वाटर सप्लाई पाइप लाइन को सही ढंग से बिछाई नहीं जा रहीं हैं,हर सामने इधर-उधर बिखरे पड़े हुए हैं। ग्रामीण लोगों को एक बूंद पानी मिला नहीं है और नल-जल योजना के चांदनी निर्माण हुआ है वह टूट फट कर दराज पड़ गया है।
ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन का कार्य को देखकर उठाए सवाल
तेल नदी पार छत्तीस गांवों के आम नागरिकों ने बताया कि इस योजना को लागू हुए कई साल हो चुके हैं लेकिन हमें इसकी लाभ अभी तक नहीं मिल रहा है। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आम गरीब लोगों को हर योजनाओं से लाभ लेने के लिए डोर टू डोर सम्पर्क कर अभियान चलाया जा रहा है, ताकि इस कार्यक्रम में शामिल होकर सरकार कि हर योजनाओं को पूरा लाभ लें सकें।हर योजनाओं से ग्रामीण जनता लाभ ले रहे हैं किंतु जल जीवन मिशन योजना से एक प्रतिशत भी लाभ नहीं ले पा रहे है। क्या ऐसी वजह है, जोकि ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन का कार्य पूर्ण हो चुका है और अभी तक उक्त ग्रामों में जल की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है ? और आगे भी अन्य गांवों के ग्रामीणों ने यह भी बताया कि देवभोग क्षेत्र में जितने भी गांव है जहां जल की भारी संकटे होती है ऐसे गांवों में जल जीवन मिशन से जल पहुंचाई जानी चाहिए। विगत दो तीन साल से अधिकांश गांवों में गर्मियों में पानी की भारी संकटे आतीं हैं, चूंकि विगत वर्षों में अल्प बारिश हुई थीं जिसके कारण भूजल स्तर नीचे चला गया और जल्द ही नाला, कुंआ तालाब नहर बांध इत्यादि सुख गई थी, जिसमें आम आदमी इतना बड़ा भीषण गर्मी में जल के लिए त्राहि-त्राहि मच गया था। इस वक्त पर सरकार कि योजना जल जीवन मिशन से ग्रामीण जनों को एक बूंद पानी न मिले तो योजना लागू किए गए है इसका क्या महत्व है।
करोड़ों रुपए का जल जीवन मिशन योजना निर्माण कार्य चढ़ा भ्रष्टाचार के भेट
Reviewed by dainik madhur india
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