*किसानों के बैंक खातों में बीमा राशि तत्कालीन डलाई जाएं - मोहन बिश्नोई*
*जिला सरकारी बैंक बीमा राशि के लिए किसानों को दी जा रही रोज तारीख*
*दैनिक मधुर इंडिया । शाहरुख बाबा ब्यूरो हरदा*
हरदा/ सरकार द्वारा बीमा राशि 12 फरवरी को डालने की बात कही गई थी परन्तु आज दिनांक तक अधिकांश किसानों के खातों में पैसा नही आया है किसान बैंकों के चक्कर लगा रहा है बैंक अधिकारी किसानों को गुमराह कर रहे है एक तो वैसे भी किसानों को डेढ़ वर्ष बाद बीमा मिला ऊपर से अब बैंकों के चक्कर लगा रहे है चना गेंहू फसल की कटाई का काम छोड़ कर किसान बैंकों में लाईन लगे खड़े है वही दूसरी ओर हरदा जिले में सहकारी बैंक में किसानों के एक भी खाते में बीमा राशि नही आई है बैंक के अधिकारी कर्मचारी कह रहे है कि आज दिनांक तक हमारे पास बीमा राशि की लिस्ट नही आई है जब तक लिस्ट नही आती हम कोई जबाब नही दे सकते और किसानों का जो बीमा राशि आएगी वह कर्ज में समायोजित की जावेगी जबकि मध्यप्रदेश सरकार के ऐसे कोई आदेश जिला सहकारी बैंक को लिखित आदेश नही है फिर भी जिला सहकारी बैंक के अधिकारी किसानों को परेशान कर रहे है
आपका ध्यान में इस ओर भी आकर्षित करना चाहता हूं कि हरदा जिला सहकारी बैंक के अधिकारी कर्मचारियों पर वर्ष 2008 में जो यू पी ए की सरकार ने किसानों का 72000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था उसमें इन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है ई ओ डब्ल्यू में केस चल रहा है और भी अनेक मामलों के घोटालों में लिप्त है समर्थन मूल्य पर खरीदी में हर वर्ष प्रत्येक सोसायटी लाखो के गमन करती है घटत के नाम पर खरीदी केंद्रों पर प्रासंगिक व्यय के नाम पर लाखों के घोटाले करते है इसके बाद भी उन्हीं लोगो को खरीदी का काम दिया जाता है हमारी मांग है इस वर्ष उन सभी अधिकारी कर्मचारी को खरीदी से दूर रखा जावे और किसानों के खातों से ऋण वसूली रोकी जावे क्योंकि आपके कहे अनुसार अभी किसानों के कर्ज की समयावधि 31 मार्च है तो फिर अभी से बसूली क्यो की जा रही है इसे रोका जावे ओर किसान हित मे बीमा राशि तत्काल दी जावे जिन किसानों के खातों में विसंगतियों के कारण बीमा राशि कम मिली है उसकी जांच कर किसानों को उनके हक का पूरा पैसा दिया जावे
Reviewed by dainik madhur india
on
2:18 AM
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