IAS शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन सामने आने के बाद प्रमाणित हुए धनपुरी नगरपालिका परिषद में हो रही अनियमितताओं के आरोप -
IAS शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन सामने आने के बाद प्रमाणित हुए धनपुरी नगरपालिका परिषद में हो रही अनियमितताओं के आरोप -
शहडोल / आईएएस अधिकारी शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन सार्वजनिक होने के बाद क्षेत्र की जनता में सरकार के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी।तो क्या जांच को प्रभावित करने के लिए ही आईएएस अधिकारी शेर सिंह मीणा को अचानक धनपुरी नगरपालिका के प्रशासक की जिम्मेदारी से मुक्त किया गया ? बड़ा सवाल, कौन है जो नहीं चाहता कि सामने आए सच ?IAS अधिकारी शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन सामने आने के बाद भाजपा नेता शैलेन्द्र श्रीवास्तव द्वारा धनपुरी नगरपालिका के प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी रविकरण त्रिपाठी पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के आरोप हुए प्रमाणित। धनपुरी नगरपालिका के प्रभारी सी.एम.ओ. रविकरण त्रिपाठी पर लगातार भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं का आरोप लगाने वाले भाजपा नेता शैलेंद्र श्रीवास्तव ने एक बार फिर प्रभारी सी.एम.ओ. रवि करण त्रिपाठी पर हमला बोलते हुए आई.ए.एस. अधिकारी एसडीएम शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन सामने रखा है। जिसके बाद भाजपा नेता शैलेंद्र श्रीवास्तव द्वारा प्रभारी सीएमओ रविकरण त्रिपाठी पर लगातार लगाए जा रहे भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के आरोप प्रमाणित होते हुए नजर आते हैं।आई.ए.एस. अधिकारी शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन यह स्पष्ट करता है कि धनपुरी नगरपालिका में जनता और सरकार के पैसे की लूट मची हुई है।
तीन बिंदुओं पर दिए गए जांच प्रतिवेदन में यह साफ बताया गया है कि नगर पालिका परिषद धनपुरी द्वारा की जा रही खरीदी में लगातार अनियमितताएं एवं भ्रष्टाचार हो रहा है।
जांच रिपोर्ट में यह बताया गया है कि नियमानुसार नगरपालिका धनपुरी द्वारा एक लाख से कम राशि की सामग्री एक माह में अधिकतम दो बार क्रय की जा सकती है। किंतु धनपुरी नगरपालिका के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा धनपुरी के स्टेटमेंट के अवलोकन से यह स्पष्ट होता है कि मार्च 2021 में एक लाख से कम के 53 ट्रांजैक्शन किए गए, वही अप्रैल 2021 में 44 ट्रांजैक्शन किए गए, जबकि मई 2021 में 45 ट्रांजैक्शन किए गए। जांच प्रतिवेदन में वर्णित है कि नगरपालिका धनपुरी द्वारा की गई खरीददारी के अवलोकन से यह स्पष्ट होता है कि एक लाख से ज्यादा की खरीददारी को एक लाख से कम के टुकड़ों में तोड़ कर खरीदा गया, जो कि मध्य प्रदेश विनिर्दिष्ट भ्रष्ट आचरण निवारण अधिनियम 1982 के नियम 13 के तहत दंडनीय अपराध है एवं मध्य प्रदेश भंडार क्रय नियम तथा सेवा उपार्जन नियम 2015 के तहत वित्तीय अनियमितताओं की श्रेणी में आता है।
साथ ही जांच प्रतिवेदन में इस बात का भी उल्लेख है कि इन सभी खरीद फरोख्त एवं भुगतान के लिए कोई अनुमोदन प्रशासक से नहीं लिया गया, जिससे स्पष्ट तौर पर मध्यप्रदेश क्रय नियमों का उल्लंघन होता है।
जांच प्रतिवेदन में दैनिक मस्टर पर रखे गए मस्टर कर्मचारियों की भर्ती में भी अनियमितताओं को उजागर किया गया है। जांच रिपोर्ट बताती है कि नगर पालिका धनपुरी द्वारा दैनिक मस्टर पर 37 लोगों को 1 मार्च 2021 से 1 मई 2021 के बीच रखा गया। जिनको रखने के लिए प्रशासक से किसी प्रकार का अनुमोदन नहीं लिया गया और इस प्रकार जरूरत से ज्यादा दैनिक वेतन भोगियों को रखकर शासन की राशि का लगातार दुरुपयोग किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट बताती है कि दैनिक मस्टर पर रखे गए मजदूरों व कर्मचारियों को कहां कब और किस काम पर रखा जाता है इसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। जांच रिपोर्ट में इस बात का साफ उल्लेख है कि नगरपालिका परिषद धनपुरी में मस्टर रोल पर रखे जाने वाले कर्मचारियों के लिए प्रशासक से किसी प्रकार का अनुमोदन नहीं लिया गया। मनमानी तौर पर भर्तियां की गई जिसकी वजह से क्षेत्र के स्थानीय निवासियों में रोष व्याप्त है।
भाजपा नेता शैलेंद्र श्रीवास्तव लगातार नगर पालिका परिषद धनपुरी के प्रभारी सी.एम.ओ. रविकरण त्रिपाठी पर भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं का आरोप लगाते रहे हैं ऐसे में आई.ए.एस. अधिकारी शेर सिंह मीणा की इस जांच रिपोर्ट के बाद उनके द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की सत्यता एक बार फिर प्रमाणित हुई है।
आईएएस अधिकारी शेर सिंह मीणा की जांच रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब सबकी निगाहें जिला प्रशासन एवं शिवराज सरकार पर टिकी हुई है कि अबकी बार नगरपालिका धनपुरी में दशकों से डेरा जमा कर बैठे प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी रविकरण त्रिपाठी पर कोई कार्यवाही होती है या नहीं ?
IAS शेर सिंह मीणा का जांच प्रतिवेदन सामने आने के बाद प्रमाणित हुए धनपुरी नगरपालिका परिषद में हो रही अनियमितताओं के आरोप -
Reviewed by dainik madhur india
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7:37 AM
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