प्रवासी नेताओं का नेतृत्व कार्यकर्ताओं में कर रहे उर्जा संचार।बृजेन्द्र मिश्रा अतिथि देवो भव की अवधारणा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भावनात्मक लगाव का जुड़ाव।।
प्रवासी नेताओं का नेतृत्व कार्यकर्ताओं में कर रहे उर्जा संचार।बृजेन्द्र मिश्रा
अतिथि देवो भव की अवधारणा
भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भावनात्मक लगाव का जुड़ाव।।
अमलाई । विधानसभा
उप चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की प्रवासी व अन्य जिलों से आ रहे
नेताओं के माध्यम से उपचुनाव में इनकी सक्रियता चुनावी राजनीति को एक नई
दिशा निर्देश दिये जाने की एक सार्थक पहल है।और इनकी उपस्थित बुथों पर
अतिथि देवो भव की तर्ज पर कार्यकर्ताओं में एक अपने पन और हमारी संस्कृति
को दर्शाती है।तो निचले स्तर कार्यकर्ता अब सीधे संपर्क में रहेंगे और अपनी
समस्या व कठिनाइयों को लेकर किसी विशेष के पास जाने की जरूरत नहीं बल्कि
लोगों की व जनता की पुरानी परंपरा व कहना हैकि चुनाव में प्रचार प्रसार के
बाद वोट लिये चुनाव जीते फिर पाँच वर्ष तक दर्शन दुर्लभ उस मनोवृत्ति व
सोच को खत्म करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की यह पहल पार्टी
कार्यकर्ताओं को सीधे वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी से जोड़ने का लक्ष्य प्रभावी
है।और इस प्रकार प्रवासी नेताओं का सीधे तौर पर सम्पर्क एक छोटे से छोटे
कार्यकर्ता को संगठन में महत्वपूर्ण स्थान उसकी योग्यता और कर्मठता को
सिद्ध करता है। इस प्रकार भाजपा की अनूठी पहल अवश्य ही चुनावी समर में भाजपा प्रत्याशी को व्यापक स्तर पर विजयी घोषित करेगी।
प्रवासी नेताओं का नेतृत्व कार्यकर्ताओं में कर रहे उर्जा संचार।बृजेन्द्र मिश्रा अतिथि देवो भव की अवधारणा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भावनात्मक लगाव का जुड़ाव।।
Reviewed by dainik madhur india
on
7:24 AM
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