आस्था का केंद्र मंदिरों से मूर्तियों के गायब होने का हुआ खुलासा महिला हुई गिरफ्तार ईश्वरीय आस्था पर था स्वयं को संदेह मंदिर से मूर्ति चुराकर डाल आती थी तालाब में
आस्था का केंद्र मंदिरों से मूर्तियों के गायब होने का हुआ खुलासा
महिला हुई गिरफ्तार ईश्वरीय आस्था पर था स्वयं को संदेह मंदिर से मूर्ति चुराकर डाल आती थी तालाब में
राजगढ़ / जिला पुलिस कप्तान प्रदीप शर्मा की सतत मॉनिटरिंग एवं जिले के थाना नरसिंहगढ़ क्षेत्र अंतर्गत सद्भावना के माहौल को बिगड़ने से बचाने थाना नरसिंहगढ़ की पुलिस टीम ने लगातार पतारसी कर एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जिसे ईश्वर पर संदेह था कि वह उसकी कोई मदद नहीं करते इसी नकारात्मक सोच के चलते महिला मंदिरों से भगवान की मूर्तियां गायब कर तालाब में फेंक आती थी। घटनाक्रम कुछ इस प्रकार है की दिनांक 05.10.20 को नरसिंहगढ़ निवासी फरियादी महेन्द्र पिता छविलाल जिंदानी एवं मंदिर के पुजारी शिवशंकर शर्मा ने साथ थाने पर उपस्थित आकर रिपोर्ट किया की वर्षों पुराने आस्था के प्रतीक हनुमान मन्दिर मे घुस कर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मन्दिर मे रखी रिध्धि सिद्धी की प्रतिमा को उठाकर मन्दिर के वाहर नाले मे फेक दिया है मामला सांप्रदायिक प्रतीत होने पर सद्भावना बनाए रखने हेतु सूचना को गंभीरता से लिया गया एवं रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना नरसिंहगढ़ में अपराध क्र. 484/20 धारा 295 भादवि के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। दौरान विवेचना आसपास के लोगों से गहन पूछताछ की गई, जहां एक और पुलिस अपने इन्वेस्टिगेशन में लगी हुई थी वहीं दूसरी ओर नरसिंहगढ़ की आम जनता के मन में सांप्रदायिकता की भावना के चलते कई सवाल उमड़ रहे थे एवं इस घटना को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से घटित किया जाना विचार में आने लगा परंतु नरसिंहगढ़ थाने की पुलिस टीम ने इस राज से जल्द ही पर्दा उठाने में सफलता अर्जित की। जिला पुलिस कप्तान श्री प्रदीप शर्मा द्वारा मामले में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी जिसके चलते अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री एस.आर दंडोतिया एंव अनुविभागीय अधिकारी पुलिस नरसिहंगढ श्री भारतेन्दु शर्मा के निर्देशन में थाना प्रभारी नरसिंहगढ़ निरीक्षक रविंद्र चावरिया एवं उनकी पुलिस टीम ने बहुत ही शीघ्र आरोपी महिला शीलाबाई पति मोहन सिहं सोलंकी उम्र 45 साल निवासी बडा बाजार नरसिहंगढ को गिरफ्तार कर लिया, पूछताछ करने पर महिला द्वारा इस प्रकार की कई घटनाएं करना स्वीकार किया है और अधिक जानकारी खंगालने पर पाया गया कि महिला आरोपी कहीं ना कहीं ईश्वर की आस्था पर संदेह करने लगी थी और उसे ऐसा लगता था कि ईश्वर उसकी कोई मदद नहीं करेंगे इसी कारण वह मंदिरों में से मूर्तियों उठाकर तालाब में फेंक आया करती थी। महिला ने बताया की उसने पहले भी थावरिया गेट के पास स्थित गणेश मन्दिर से नन्दी जी की पूर्ति उठाकर बडा तालाब पानी मे फेंक दी थी वहीं चमेली की छत्री के पास अवस्थित हनुमान मन्दिर से शंकर जी की छोटी मूर्ति सहित गणेश जी की मूर्ति एवं लड्डू गोपाल की मूर्ति को उठाकर भी तलाब फेंक दिया था। यही नहीं पुरानी कोतवाली स्थित मन्दिर से भी उसने शंकर जी व लड्डू गोपाल जी की मूर्ति को भी बड़ा तालाब के पानी मे फेक दिया। आखिरकार लोगों के मन में उत्पन्न गलत धारणा को खत्म करने में नरसिंहगढ़ की पुलिस टीम ने शीघ्रता दिखाकर सांप्रदायिक सौहार्द्र को बनाए रखने में बहुत बड़ी सफलता अर्जित की है आरोपिया सुशीला बाई को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है। माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने के पूर्व थाना नरसिंहगढ़ मैं पदस्थ महिला पुलिस अधिकारियों एवं महिला परामर्श केंद्र के वॉलिंटियर्स द्वारा आरोपी महिला की काउंसलिंग भी की गई। उक्त अपराध के खुलासे मे थाना प्रभारी रविन्द्र चावरिया एवं उनकी टीम मे उनि नरेन्द्र सिंह गुर्जर , पउनि माधवी सिहं तोमर , सउनि रामेश्वर मिश्रा, म.प्रआर.404 सीता यादव , प्रआऱ 602 राजेन्द्र सिहं सिसोदिया, आर. 643 केशव सिहं राजपूत, आर 461 मनोज परिहार, म.आऱ.1032 मोनिका सैनिक 11 राजेन्द्र सिहं की सराहनीय भूमिका रही ।
आस्था का केंद्र मंदिरों से मूर्तियों के गायब होने का हुआ खुलासा महिला हुई गिरफ्तार ईश्वरीय आस्था पर था स्वयं को संदेह मंदिर से मूर्ति चुराकर डाल आती थी तालाब में
Reviewed by dainik madhur india
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7:38 AM
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