भाजपा नेताओं के संरक्षण में अंगद पैर साबित हो रहे है शासकीय कर्मचारी
15 साल से एक ही जगह पदस्थ है नर्स
शिकायतों के बाद भी नही हुई कार्यवाही
ग्रामीणों ने अभद्रता एवं कार्य व्यवहार को लेकर राजगढ से भोपाल तक की शिकायत
दैनिक मधुर इंडिया।
राजगढ़।सारंगपुर।राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ तहसील के ग्राम लसुडल्या जागीर में कार्यरत् ए.एन.एम महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता विगत 15 वर्षों से एक ही जगह पर पदस्थ होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नही करते ग्रामीणों के साथ अभद्रता करने से बाज नहीं आ रही है।ए एन एम की शिकायतें विगत दो वर्षों से ग्रामीणों द्धारा की जा रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों द्वारा आज तक संज्ञान मे तक नहीं लिया गया। बताया जाता है कि ए.एन.एम सुलोचना शर्मा द्वारा आये दिन अपने कर्तव्य का निर्वाह ठीक से नही किया जाता है मरीजों व उनके अटेंडरों के साथ अभद्र व्यवहार करने का मामला भी है मरीजों उपचार ठीक से नहीं कर दवाईयों का वितरण नही किया जाता है तथा जिस व्यक्ति को दवाई की जरूरत होती है उनको दवाईयां नही दी जाती है बार बार दवाई मांगने पर कहतें है कि दवाईयां नही है दवाईयां खत्म हो गई है आने पर देगें साथ ही अभद्रता की जाती है कहते है कि
ज्यादा बिमार है तो प्राइवेट अस्पताल चले जाओ। शिकायत कर कर तो थक गये अब क्यों सर पर चढ रहे हो अब मेरी मर्जी के बिना यहां का पत्ता तक नहीं हिल सकता है।वही टीकाकरण भी समय से नही करती है।महिलाओं व दुध मुहें बच्चोंको को सुबह से दोपहर तक केन्द्र पर बिठाये रखती है एक महिला ने अपना नाम नहीं लिखने की बात पर कहा की तेरे आदमी को नेता गिरी का भुत चडा हे जा भोपल दिल्ली तक कागज लिखा कर भेज टिका की दवाई खत्म हो गई इस मामले की शिकायत उपस्वास्थ केन्द्र,जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी कलेक्टर राजगढ़ स्वास्थ्य मंत्री व अपर मुख्य सचिव हेल्थ कमिश्नर मुख्यमंत्री 181 को भी की जा चुकी है। ऐसा सुत्रो से झात होता है कि सत्तापक्ष के कुछ नेताओं का वरद हस्त होना बताया जा रहा है वही एएनएम श्रीमती शर्मा का कहना है कि सत्ता पक्ष के चलते मुझे कई का भी अधिकारी इस गांव से हिला नहीं सकता है वहीं ग्रामीणों का कहना है कि नेताओं की पांच होने के कारण हमें आज तक न्याय नहीं मिला।ग्रामीणों की मांग है कि सुलोचना शर्मा का तबादला किया जायें और सभी को उचित न्याय दिलाई जाये। अब ग्रामीणों ने मन बना लिया है कि शिकायत करने से कोई हल नहीं निकल रहा है तो अब धरना आंदोलन ही इसका हल हो सकता है क्योंकि अधिकारी हमें झूठा बता कर कार्यवाही नहीं करते कहते हैं कि ग्रामीणों की कोई शिकायत नहीं है हमने जाकर ग्रामीणों से चर्चा कर ली लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी गांव में नहीं आया और ना हमारी शिकायत के बारे में किसी ने चर्चा की अधिकारी भी एएनएम की तरफ से बयान बाजी कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री का कहना है कि ग्रामीणों में स्वास्थ्य सेवा सुचारू रूप से जारी रहे कहीं भी कोई कोताही नहीं बरती जावे लेकिन हमारे गांव में तो इसका उल्टा ही नजर आ दिखाई दे रहा है अब मुख्यमंत्री का दरवाजा ही बाकी बचा है हम लोगों के लिए होगा तो हम भोपाल भी जाकर मुख्यमंत्री जी के समक्ष हमारी मुख्य समस्या को रखेंगे।
ज्यादा बिमार है तो प्राइवेट अस्पताल चले जाओ। शिकायत कर कर तो थक गये अब क्यों सर पर चढ रहे हो अब मेरी मर्जी के बिना यहां का पत्ता तक नहीं हिल सकता है।वही टीकाकरण भी समय से नही करती है।महिलाओं व दुध मुहें बच्चोंको को सुबह से दोपहर तक केन्द्र पर बिठाये रखती है एक महिला ने अपना नाम नहीं लिखने की बात पर कहा की तेरे आदमी को नेता गिरी का भुत चडा हे जा भोपल दिल्ली तक कागज लिखा कर भेज टिका की दवाई खत्म हो गई इस मामले की शिकायत उपस्वास्थ केन्द्र,जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी कलेक्टर राजगढ़ स्वास्थ्य मंत्री व अपर मुख्य सचिव हेल्थ कमिश्नर मुख्यमंत्री 181 को भी की जा चुकी है। ऐसा सुत्रो से झात होता है कि सत्तापक्ष के कुछ नेताओं का वरद हस्त होना बताया जा रहा है वही एएनएम श्रीमती शर्मा का कहना है कि सत्ता पक्ष के चलते मुझे कई का भी अधिकारी इस गांव से हिला नहीं सकता है वहीं ग्रामीणों का कहना है कि नेताओं की पांच होने के कारण हमें आज तक न्याय नहीं मिला।ग्रामीणों की मांग है कि सुलोचना शर्मा का तबादला किया जायें और सभी को उचित न्याय दिलाई जाये। अब ग्रामीणों ने मन बना लिया है कि शिकायत करने से कोई हल नहीं निकल रहा है तो अब धरना आंदोलन ही इसका हल हो सकता है क्योंकि अधिकारी हमें झूठा बता कर कार्यवाही नहीं करते कहते हैं कि ग्रामीणों की कोई शिकायत नहीं है हमने जाकर ग्रामीणों से चर्चा कर ली लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी गांव में नहीं आया और ना हमारी शिकायत के बारे में किसी ने चर्चा की अधिकारी भी एएनएम की तरफ से बयान बाजी कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री का कहना है कि ग्रामीणों में स्वास्थ्य सेवा सुचारू रूप से जारी रहे कहीं भी कोई कोताही नहीं बरती जावे लेकिन हमारे गांव में तो इसका उल्टा ही नजर आ दिखाई दे रहा है अब मुख्यमंत्री का दरवाजा ही बाकी बचा है हम लोगों के लिए होगा तो हम भोपाल भी जाकर मुख्यमंत्री जी के समक्ष हमारी मुख्य समस्या को रखेंगे।
इनका कहना है
मुझे आवेदनों के माध्यम से अवगत हुआ है हमने ग्रामीणों के बयान लेकर कार्यवाही करने की बात कही समय तो लगेगा। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर यदु राजगढ़

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