एस आई के अक्रमडंता और गलत निर्णय का शिकार हुआ हवलदार 58 साल की उम्र में भेजा गया चांपा कोरोना से हुई मौत
एस आई के अक्रमडंता और गलत निर्णय का शिकार हुआ हवलदार
58 साल की उम्र में भेजा गया चांपा कोरोना से हुई मौत
अनूपपुर
आरपीएफ थाना प्रभारी एक बडी लापरवाही सामने आई है जिससे अनावश्यक रूप से
एक आरपीएफ कर्मी काल के गाल में समा गया 58 साल की उम्र के एन.आर. पोर्ते
को सरकार के गाईड लाइन के विपरीत अनूपपुर से छत्तीसगढ जांजगीर चांपा कोरोना
काल में डियूटी लगाई गई प्रधान आरक्षक एन.आर. पोर्ते को श्रमिक स्पेशल
ट्रेन द्वारा 30 जून को श्रमिक स्पेशल ट्रेन को अटेंड करने को भेजा गया जो कि नियमों के विपरीत रहा 58 साल के
उम्र के व्यक्ति को आखिर बाहर क्यों भेजा गया और इतनी बडी लापरवाही जो हुई
है उसका जिम्मेदार कौन है क्योकि एन.आर. पोर्ते बिमार चल रहे थे और कोरोना
काल में डियूटी लगाना उचित नही था लापरवाही का खामियाजा आज प्रधान आरक्षक
को अपनी जान देकर चुकानी पडी आरपीएफ अनूपपुर में पदस्थ आर.एन. पोर्ते
कोरोना के चपेट में आ गये और 3 अगस्त को उनकी बिलासपुर में मौत हो गई जबकि
55 साल के अधिक उम्र के कर्मीयों को बाहर न भेजने के आदेष दिये गये थे
लेकिन आरपीएफ थाना प्रभारी अधिकारी अनूपपुर द्वारा बडी लापरवाही की गई
जिससे बेवजह प्रधान आरक्षक की मौत हुई एसआई लगातार अपने व्यवहार एवं हीटलर
शाही के कारणों से विवादों में बने रहते है और एक बडी गलती अब सामने आई है
जिस पर कभी भी कोई कार्यवाही हो सकती है।
एस आई के अक्रमडंता और गलत निर्णय का शिकार हुआ हवलदार 58 साल की उम्र में भेजा गया चांपा कोरोना से हुई मौत
Reviewed by dainik madhur india
on
6:39 AM
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