*गाय के नाम पर राजनीति, गौशाला के नाम पर कमीशनखोरी वाली सरकार: माकपा*
*दैनिक मधुर इंडिया सिटी रिपोर्टर रजनीश नारायण भिण्ड।*
भिण्ड।गाय के नाम राजनीति करने और गौरक्षा के नाम पर अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले कर माँबलिंचिंग करने वाले अपराधियों को संरक्षण देने वाली भाजपा और शिवराज सिंह चौहान सरकार गौशाला निर्माण में भी 50 फीसद कमीशन खा रही है। ताजा मामले में रीवा के ही युवक पियुष पांडेय ने जबलपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर निवेदन किया है कि उसके पत्र का संज्ञान लेकर न्यायालय में बुलाने की कृपा करें। ताकि वह दस्तावेज अदालत के सामने रखकर भ्रष्टाचारी गिरोह और उसको मिलने वाले राजनीतिक संरक्षण का पर्दाफाश कर सके।मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा है। कि इससे पहले जबलपुर हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के समक्ष एक ठेकेदार 50 प्रतिशत दलाली खाने वाली बात कह चुका है। शिवराज सिंह चौहान सरकार उसका न्यायालय में खंडन करने की बजाय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर एफआईआर दर्ज करवा कर खीज मिटाने की कोशिश कर रही है। माकपा राज्य सचिव ने कहा है कि पियुष पांडेय ने कहा है कि पंचायत के माध्यम से बनने वाली गौशालाओं को नियम विरुद्ध किसी बाहरी कंपनी को ठेका देकर बनवाया गया। उस कंपनी ने स्थानीय युवकों से पैटी अनुबंध कर उन्हें गौशाला बनाने को कहा गया। पियुष ने अपना दर्द बयान करते हुए कहा है कि 38 लाख मे से 14.50 लाख कमिशन देने के बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। कमिशनखोरी को और बढ़ा कर निर्माण की गुणवत्ता से समझौता करने को कहा जा रहा है। जसविंदर सिंह ने पियुष की हिम्मत की सराहना करते हुए कहा है कि रीवा जैसा घोटाला पूरे प्रदेश में हुआ है। रीवा का मामला सामने आने पर शिवराज सरकार बेनकाब हुई है और यदि प्रदेश भर में गौशाला निर्माण में हुए घोटाले से पर्दा उठ जाए तो भाजपा और उसकी सरकार का गौप्रेम सामने आ जाएगा।
जसविंदर सिंह ने कहा है। कि पियुष ने खुद ही स्वीकारा है कि वह इस कमिशनखोरी की शिकायत जिलाधीश से लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक कर चुका है, लेकिन कहीं से न्याय न मिलने के बाद ही न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।माकपा नेता ने कहा है कि अब साफ हो गया है कि भाजपा गाय के नाम पर राजनीति सिर्फ साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने के लिए करती है और इससे सत्ता में आने के बाद गौशाला निर्माण में भ्रष्टाचार कर अपनी तिजोरियां भर्ती है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आशा की है कि माननीय न्यायालय पियुष के पत्र का संज्ञान लेकर असली अपराधियों को बेनकाब करेगा। जसविंदर सिंह ने व्यापमं सहित अन्य घोटालों का अनुभव देखते हुए पियूष को तुरंत सुरक्षा दिए जाने की मांग भी की है।
गाय के नाम पर राजनीति, गौशाला के नाम पर कमीशनखोरी वाली सरकार: माकपा*
Reviewed by dainik madhur india
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8:57 AM
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